Social Media aur Bhagwat Prasaad - 1 in Hindi Comedy stories by saif Ansari books and stories PDF | शोसल मीडिया और भगवत प्रसाद - 1

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शोसल मीडिया और भगवत प्रसाद - 1


* भगवत प्रसाद त्रिपाठी: एक 55 वर्षीय, सीधे-सादे और थोड़े से अनाड़ी व्यक्ति जो अपनी साधारण ज़िंदगी में खुश हैं। उन्हें टेक्नोलॉजी से ज़्यादा समझ नहीं है और उनका स्मार्टफोन सिर्फ़ कॉल करने और कभी-कभार मौसम देखने के काम आता है।
 * रोहन: भगवत प्रसाद का 25 वर्षीय पोता, जो सोशल मीडिया और इंटरनेट की दुनिया में पूरी तरह से डूबा रहता है। वह हर ट्रेंड और हैशटैग के बारे में जानता है।
 * श्रीमती कामिनी कपूर: एक लोकप्रिय फूड ब्लॉगर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर, जो अपने शानदार और कभी-कभी अजीबोगरीब खाने के प्रयोगों के लिए जानी जाती हैं।
कहानी की शुरुआत:
भगवत प्रसाद त्रिपाठी अपनी बालकनी में बैठकर आराम से अपनी पसंदीदा कचौरी और जलेबी का नाश्ता कर रहे थे। धूप गुनगुनी थी और वह अपने दिन की शांति का आनंद ले रहे थे। उनका पोता रोहन, हमेशा की तरह अपने फोन में घुसा हुआ था, बालकनी के दूसरे कोने में बैठा था।
रोहन किसी नए सोशल मीडिया ट्रेंड को फॉलो करने की कोशिश कर रहा था - एक अजीबोगरीब डांस मूव जिसे करते हुए लोग वीडियो बनाकर पोस्ट कर रहे थे। वह थोड़ा अनाड़ी था और बार-बार कोशिश करने पर भी ठीक से नहीं कर पा रहा था। frustration में, उसने अपना फोन बालकनी की रेलिंग पर रख दिया और फिर से कोशिश करने लगा।
उसी वक़्त, भगवत प्रसाद ने अपनी आखिरी जलेबी उठाई और उसे बड़े चाव से मुँह में डाला। जलेबी इतनी रसीली थी कि खाते ही उनके चेहरे पर एक अजीब सा सुकून और आनंद का भाव आ गया। उनकी आँखें बंद हो गईं और उनके होंठ हल्के से फैल गए, जैसे वह किसी गहरी समाधि में हों।
दुर्भाग्य से, रोहन का फोन रेलिंग से फिसल गया और ठीक उसी वक़्त भगवत प्रसाद के चेहरे का क्लोज-अप वीडियो रिकॉर्ड करने लगा। रोहन अपने डांस में इतना मग्न था कि उसे फोन के गिरने का पता ही नहीं चला।
कुछ देर बाद, जब रोहन ने अपना फोन उठाया तो उसे एहसास हुआ कि गलती से एक वीडियो रिकॉर्ड हो गया है। उसने जल्दी से वीडियो देखा और पाया कि उसमें उसके दादाजी का जलेबी खाते हुए चेहरे का अजीबोगरीब एक्सप्रेशन कैद हो गया है। उसे यह इतना मज़ेदार लगा कि उसने बिना सोचे-समझे उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया, कैप्शन में लिखा: "जब आपकी आत्मा भोजन से जुड़ जाए।"
अगले कुछ घंटों में, वह वीडियो वायरल हो गया। भगवत प्रसाद का आनंदमय चेहरा, जलेबी के रस में डूबा हुआ, इंटरनेट पर छा गया। लोग उनके एक्सप्रेशन की तुलना हर तरह की मज़ेदार चीजों से करने लगे - "जब आपको अपनी पसंद का गाना मिल जाए," "जब सुबह की पहली चाय मिलती है," "जब सैलरी क्रेडिट हो जाए।"
श्रीमती कामिनी कपूर, हमेशा नए ट्रेंड की तलाश में रहती थीं, ने भी यह वीडियो देखा। उन्हें भगवत प्रसाद का एक्सप्रेशन इतना 'authentically blissful' लगा कि उन्होंने तुरंत एक पोस्ट डाली: "यह हैं असली फूडगॉड्स! इनकी पवित्रता देखिए! मैं इनसे मिलकर इनकी सीक्रेट जलेबी रेसिपी जानना चाहती हूँ!"
अगले दिन, भगवत प्रसाद तब हैरान रह गए जब उनके घर के बाहर कैमरों और पत्रकारों की भीड़ जमा हो गई। रोहन ने उन्हें बताया कि वह इंटरनेट पर 'सेंसेशन' बन गए हैं। भगवत प्रसाद, जिन्हें 'इंटरनेट' का मतलब भी ठीक से नहीं पता था, सब कुछ देखकर भौचक्के रह गए।
श्रीमती कामिनी कपूर खुद उनके घर आईं और उनसे उनकी 'दिव्य' जलेबी के बारे में पूछा। भगवत प्रसाद ने उन्हें बताया कि वह तो बस पास की दुकान से लाया करते हैं। यह सुनकर श्रीमती कपूर थोड़ी निराश हुईं, लेकिन उन्होंने भगवत प्रसाद के साथ एक वीडियो ज़रूर बनाया, जिसमें उन्होंने उनके 'आनंदमय' चेहरे की प्रशंसा की।
धीरे-धीरे, भगवत प्रसाद 'जलेबी वाले बाबा' के नाम से मशहूर हो गए। लोग उनसे मिलने आते, उनके साथ तस्वीरें खिंचवाते और उनकी 'आनंदमय' मुस्कान की नकल करते। भगवत प्रसाद, अपनी साधारण ज़िंदगी में अचानक आए इस बदलाव से थोड़े परेशान ज़रूर थे, लेकिन लोगों की खुशी देखकर उन्हें भी थोड़ी हँसी आ जाती थी।
और इस तरह, एक सीधे-सादे आदमी, भगवत प्रसाद त्रिपाठी, गलती से इंटरनेट सेंसेशन बन गए, सिर्फ़ एक स्वादिष्ट जलेबी खाने के कारण!